खजराना गणेश मंदिर मध्यप्रदेश इंदौर का प्रसिद्ध मंदिर और धार्मिक स्थल है । जहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है । लेकिन साल के कुछ खास दिनों पर यहां की रौनक कुछ अलग ही होती है । बुधवार और रविवार को भी यहां दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है ।
इसके अलावा गणेश चतुर्थी, नए साल और अन्य त्यौहारों पर भी यहां भक्तों का तांता लगता है । कहते हैं जो सच्चे मन से भगवान गणेश के सामने यहां मनोकामना करता है, गणपति उसकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं । लोग यहां अपनी मनोकामना के लिए धागा बांधते हैं, उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं । मनोकामना पूरी होने पर भक्त लौटकर सीधा स्वास्तिक बनाते हैं ।
खजराना गणेश मंदिर देवी अहिल्याबाई ने बनवाया था ।
मान्यता के अनुसार मूर्ति काफी प्राचीन है, परमारकालीन बताई जाती है । बताते हैं कि औंरगजेब जब मंदिरों और मूर्तियों को देशभर में खंडित कर रहा था । तब इस मूर्ति को बावड़ी में छुपा दिया गया था । साल 1735 में इस मूर्ति को बावड़ी से बाहर निकला गया ।
जानकार बताते हैं कि इस मूर्ति इंदौर के राजवाड़ा ले जाने की कोशिश की गई , लेकिन मूर्ति यहां से नहीं हिली । इसके बाद इस मूर्ति को यहां स्थापित कर दिया गया ।
होल्कर राजवंश की महारानी देवी अहिल्याबाई ने मंदिर बनवाकर यहां स्थापित किया । सालों से भट्ट परिवार यहां खजराना गणेश की पूजा सेवा में लगा हुआ है ।
धीरे-धीरे मंदिर और परिसर का हुआ विकास ।
आज जहां खजराना गणेश मंदिर है । पहले यहां एक छोटा सा मंदिर हुआ करता था । लेकिन धीरे-धीरे यहां विकास देखने को मिल रहा है, और लगातार मंदिर परिसर का विस्तार हो रहा है । मंदिर को सरकार ने अपने नियंत्रण में ले रखा है । साल भर यहां भक्त पहुंचते हैं ।
एक अनुमान के मुताबिक हर साल यहां करीब 40 लाख रूपए से ज्यादा का दान भक्तों द्वारा दिया जाता है । इसके अलावा यहां चढ़ावे के रूप में सोने चांदी के गहने और जेवरात भी होते हैं ।
हर साल बड़ी संख्या में पहुंचते हैं भक्त खजराना गणेश मंदिर।
खजराना गणेश मंदिर पर हर साल बड़ी संख्या में भक्त बप्पा के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं । नए साल के पहले दिन इंदौर वासी खजराना गणेश जाकर नए साल की शुरूआत करते हैं । और साल विघ्नों को हरने की बप्पा से विनती करते हैं । गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दर्शी तक यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं ।
खजराना गणेश मंदिर इसके अलावा बुधवार और रविवार को भी खासी भीड़ रहती है । नया वाहन या फिर और कोई खुशी मौका भक्त खजराना गणेश मंदिर जरूर पहुंचते हैं । यहां दर्शन करने वालों में आम ही नहीं खास लोग भी पहुंचते हैं । वैसे भी प्रथम पूज्य गणेश के दरबार में आम और खास का फर्क मिट जाता है । जो भी अपनी मनोकमान लेकर आता है, यहां उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है ।
खजराना गणेश मंदिर पहुंचने के लिए इंदौर सड़क , रेल और वायु मार्ग से पहुंचा जा सकता है । भगवान गणेश के दर्शन करने इंदौर ही नहीं मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र से भी भक्त दर्शन करने क लिए पहुंचते हैं । भगवान गणेश के दरबार में भक्त हाजरी लगाने के लिए पहुंचते हैं ।
मंदिर के आसपास ही बड़ी संख्या फूल माला, प्रसाद और पूजन सामग्री दुकानें हैं । रविवार को बड़ी संख्या में लोग दर्शनों के साथ-साथ परिवार के साथ समय बिताने के लिए भी पहुंचते हैं ।
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